Sangya kise kahate hain? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

Hello दोस्तों आज हम आपको बताएंगे sangya kise kahate hain ? और sangya ke kitne bhed hote hain ? Sangya की परिभाषा और उदाहरण हम आपको किस article में बताने वाले हैं!

sangya kise kahate hain (संज्ञा की परिभाषा) :- 

किसी भी व्यक्ति का स्वभाव या स्थान के नाम को ही संज्ञा कहते हैं! संसार में जितनी भी वस्तुएं, व्यक्ति, या स्थान है! 

सभी का कोई ना कोई नाम है। हिंदी व्याकरण की भाषा में नाम को ही sangya कहा जाता है! 

संज्ञा किसे कहते है? 

इसे और बेहतर तरीके से जानने और समझने हेतु आप नीचे दिए गए कुछ वाक्यों में रेखांकित नीले रंग के शब्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करिये!

  1. रमेश आज मथुरा गया था! इस वाक्य में रमेश अर्थात व्यक्ति का नाम और मथुरा अर्थात शहर का नाम आ रहा है तो यह संज्ञा है।
  1. वह बस से सफर करके गया है! इस वाक्य में बस अर्थात वस्तु का नाम आया है। अतः इस वाक्य में बस संज्ञा है।
  1. मेज पर पुस्तक रखी है! इस वाक्य में मेज और पुस्तक उपयोग किया गया है यह दोनों ही वस्तु है अतः इस वाक्य में मेज और पुस्तक संज्ञा है।
  1. वह व्यक्ति कितना मोटा है!  इस वाक्य में व्यक्ति को मोटा होने की संज्ञा दी जा रही है अतः मोटा शब्द इस वाक्य में संज्ञा है।
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sangya

संज्ञा किसे कहते हैं? संज्ञा की परिभाषा सरलतमम रूप में:-

जब किसी वाक्य में वस्तु, व्यक्ति, स्थान, गुण और भाव होने का पता चलता है! तो उसे संज्ञा कहते है।"
उदाहरण:- 
वस्तु का नाम- मेज, पेन, किताब, कुर्सी, जूता, संदूक आदि!
व्यक्ति का नाम - राहुल, कलीम, रमेश, सीता, गीता आदि!
स्थान का नाम - लखनऊ, आगरा, मथुरा, बनारस, जापान, चीन आदि!
गुण या भाव - काला गुलाब, मोटा व्यक्ति, रोता हुआ बच्चा, बूढ़ा व्यक्ति आदि!

अब सवाल उठता है, की sangya ke kitne bhed hote hain ? यदि आप विद्धार्थी है तो हम आपको संज्ञा दो आधार पर समझायेंगे, जिससे आपको पूरी जानकारी मिल सके!

(क). व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा 3 प्रकार की होती हैं:-
➤ रूढ़   
➤ यौगिक  
➤ योगरूढ़

(ख). अर्थ के आधार पर संज्ञा 5 प्रकार की होती हैं:-
➤ व्यक्तिवाचक संज्ञा,    
➤ जातिवाचक संज्ञा संज्ञा,    
➤ भाववाचक संज्ञा,   
➤ द्रव्यवाचक संज्ञा,   
➤ समूहवाचक संज्ञा

(क). अब जानिए, "व्युत्पत्ति" के आधार पर संज्ञा के भेद:- 

रूढ़ संज्ञाएं:- वे संज्ञा शब्द जिनके अर्थ निरर्थक होते है,  अर्थात् जिन संज्ञाओं शब्दों को अलग कर देने पर कोई अर्थ नही देते है! वे रूढ़ संज्ञा होते है। 

उदाहरण:- घर शब्द से अगर घ और र को अलग करे तो उसका कोई अर्थ नहीं रह जाता है।

यौगिक संज्ञा :- जो संज्ञा शब्द एक से अधिक सार्थक शब्दों के मेल से बने होते हैं! उन्हें यौगिक संज्ञा कहते है।

उदाहरण:- हिमखंड, यदि हिमखंड के शब्दों 'हिम' और ' खंड ' को अलग करते है तो देखते है कि ये दोनों सार्थक शब्द है, हिम का अर्थ बर्फ, और खंड का अर्थ टुकड़ा होता है! शब्द होता है बर्फ का टुकड़ा  अर्थात् ये यौगिक संज्ञा है!

योगरूढि संज्ञा:- वे संज्ञाएं जिनका एक विशेष अर्थ होता है! या वे संज्ञाएं जो अपने खंडो को छोड़कर दूसरा अर्थ देते है, योगरूढ़ संज्ञा कहलाते है।

उदाहरण:- जलज, यदि जलज के शब्द का खंड किया जाए! तो ' जल ' और ' ज ' सार्थक है। यहां जल का मतलब पानी से है और ज का अर्थ जन्म से है। लेकिन यहां जलज का अर्थ कमल होता है। ऐसे ही संज्ञाएं योगरूढि संज्ञा कहलाती है।
(ख)अब जान लेते हैं अर्थ के आधार पर संज्ञा के भेद:-

 संज्ञा पांच प्रकार की होते हैं !

1. व्यक्तिवाचक संज्ञा 

2. भाववाचक संज्ञा 

3. जातिवाचक संज्ञा

4. द्रव्यवाचक संज्ञा

5. समूहवाचक संज्ञा

1. व्यक्तिवाचक संज्ञा क्या है (vyakti vachak sangya kise kahate hain) ?

जिन संज्ञा शब्दों में किसी व्यक्ति का नाम या वस्तु स्थान का नाम लिया जाता है, तो वहां पर vyakti vachak sangya होता है।

जैसे दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, सोनीपत, आदि नगरों के नाम है! परंतु क्योंकि उनके नाम विशेष बताए जा रहे हैं! इसलिए यह भी vyakti vachak sangya है! नगरों के नाम व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं!

हिमालय, विंध्याचल, पहाड़, क्योंकि इसमें पहाड़ों के नाम विशेष बताए जा रहे हैं! इसलिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा है! 

ऐसे ही महाभारत रामायण वेद उपनिषद् आदि! के सभी धर्म है परंतु उनके नाम विशेष बताए जा रहे हैं इसलिए यह vyakti vachak sangya का उदाहरण है! 

रमेश, कुसुम, सुमन, इसी तरह इस वेबसाइट का नाम खबरी जी है यह व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण है! सागरों के नाम देशों के नाम व्यक्ति विशेष स्थान विशेष आदि! सभी व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण है!

2. जातिवाचक संज्ञा क्या है (jativachak sangya kise kahate hain) ?

जिस वाक्य में संज्ञा शब्दों से किसी की जाति का बोध होता है वहां पर जातिवाचक संज्ञा होती है।

यह सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली संज्ञा है आइए अब हम जातिवाचक संज्ञा समझते हैं।

जैसे - गंगा यमुना कृष्णा कावेरी आदि! व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण है! परंतु जब हम केवल नदी कह देंगे! तो यह jati vachak sangya का उदाहरण होगा !

इसी प्रकार हिमालय विद्यालय व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण है! परंतु जब आप केवल पहाड़ कह देंगे तो यह सभी पहाड़ों के बारे में बात कर रहे हम तो यह हो गया  jati vachak sangya का उदाहरण! 

ऐसे महाभारत, रामायण, शताब्दी, व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण है! पर जब हम केवल ग्रंथ कह देंगे! तो यह jativachak sangya का उदाहरण होगा! 

इसी प्रकार इस वेबसाइट का नाम खबरी जी है और व्यक्तिवाचक संज्ञा का उदाहरण है परंतु यदि हम केवल वेबसाइट कह देंगे तो यह जातिवाचक संज्ञा का उदाहरण होगा किसी प्रकार क्षत्रिय, जुलाहा, अध्यापक, कवि, आदि जाति का बोध कराते हैं! इसलिए पूरी की पूरी जातिवाचक संज्ञा कहलाते हैं!

3. भाववाचक संज्ञा क्या है bhav vachak sangya ki paribhasha?

जिन संज्ञा शब्दों से किसी के गुण या अवगुण या उसके हाव-भाव का पता चलता है तो वहां पर भाववाचक संज्ञा की उत्पत्ति होती है।

भाववाचक संज्ञा पदार्थों की अवस्था गुण दोष धर्म आदि का बोध कराती है! जैसे- बुढ़ापा मिठास बचपन, मोटापा,  आदि!

भाववाचक संज्ञा उदाहरण है! bhav vachak sangya को अंग्रेजी में abstract noun कहते हैं! वास्तव में भाववाचक संज्ञा किसे ठोस वस्तु की तरफ नहीं बल्कि उसकी दशा और भाव की तरफ इशारा करती हैं! जैसे- मिठास, वीरता, मित्रता, आदि!

4. द्रव्यवाचक संज्ञा क्या है (dravya vachak sangya kise kahate hain) ?

जब कहीं पर किसी तरह से धातु जैसे दूध तेल आदि द्रव्य पदार्थों का नाम लिया जाए तो वहां पर द्रव्य वाचक संज्ञा होती है।

अब इसके बाद आता है  द्रव्यवाचक संज्ञा ऐसे संज्ञा शब्द है! जिनसे किसी द्रव्य धातु या फिर किसी धातु का बोध होता है! जिन्हें नापतोल के द्वारा नापा या तौला जा सकता है! द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण- पानी, दूध, लोहा, पीतल, तांबा, सोना आदि!

5. समूहवाचक संज्ञा क्या है (samuh vachak sangya kise kahate hain) ?

समूहवाचक संज्ञा शब्द वह हैं! जिनसे किसी समूह या किसी व्यक्ति या वस्तु की संख्या का बोध होता है! वो शब्द समूहवाचक संज्ञा कहलाते हैं! इसके उदाहरण हैं! जैसे - कक्षा, जुलूस, भीड़, सोना, चांदी, आदि।

अत्यधिक पूछे जाने वाले प्रश्न (FaQ) 

➤ sangya kise kahate hain? परिभाषा, भेद एवं उदाहरण

✔ इस प्रश्न का उत्तर हमने अपनी पोस्ट में सर्वप्रथम ऊपर दिया हुआ है। जिसमें हमने संज्ञा की परिभाषा को विस्तृत रूप से और सरलतम ढंग से बताया है, अतः लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें।

➤ Noun in hindi?

✔ Noun को हिंदी में संज्ञा कहते हैं संज्ञा की विस्तृत जानकारी ऊपर लेख में दी गई है!

➤ sangya ki paribhasha?

✔ व्यक्ति vastu या स्थान के नाम को ही संज्ञा कहते हैं!

➤ sangya ke kitne bhed hai?

✔ संज्ञा के ५ भेद होते हैं!

➤ samuh vachak संज्ञा ?

✔ इसका उत्तर देखने हेतु नंबर 5 देखिये!

➤ vyakti vachak sangya kise kahate hain

✔ इस उत्तर के लिए संज्ञा के भेद का नंबर १. देखें!

➤ jati vachak sangya ke udaharan

✔ इस उत्तर के लिए संज्ञा के भेद का नंबर २. देखें!

➤ संज्ञा in hindi for class 2

✔ सरल शब्दों में कहें तो:- किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, गुण या भाव के नाम को sangya कहते है।

➤ sangya kitne prakar ki hoti hai

✔ संज्ञा ५ प्रकार की होती है!

➤ संज्ञा in hindi for class 6

✔ संज्ञा उस शब्द word को कहते है, जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव nature और जीव creature के नाम का बोध हो, उसे संज्ञा noun कहते है।

➤ vyakti vachak sangya ki paribhasha

✔ जिस शब्द से किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।

➤ dravya vachak sangya ke udahran

✔ लोहा,तांबा,चीनी,दूध,तेल, घी आदि।


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