ईरान और इजरायल के बीच तनाव दशकों पुराना है, लेकिन हाल के वर्षों में यह खुली जंग के कगार पर पहुँच गया है। दोनों देश एक-दूसरे को सीधे तौर पर निशाना बना रहे हैं, जिससे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा बढ़ गया है। आइए, इस संघर्ष की पृष्ठभूमि और अब तक की प्रमुख घटनाओं को समझते हैं।
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## **पृष्ठभूमि: ईरान-इजरायल दुश्मनी क्यों?**
1. **इस्लामिक क्रांति (1979)** – ईरान में शाह का तख्तापलट हुआ और अयातुल्लाह ख़ामेनेई की अगुवाई में एक इस्लामिक गणतंत्र बना। नए शासन ने इजरायल को "अवैध सियोनिस्ट राज्य" घोषित कर दिया।
2. **हिज़्बुल्लाह और प्रॉक्सी वॉर** – ईरान ने लेबनान की शिया मिलिशिया **हिज़्बुल्लाह** को समर्थन देना शुरू किया, जो इजरायल के खिलाफ लड़ती है।
3. **परमाणु कार्यक्रम** – इजरायल को डर है कि ईरान परमाणु बम बनाएगा, जबकि ईरान का दावा है कि उसका कार्यक्रम शांतिपूर्ण है।
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## **2020–2024: बढ़ते तनाव और सीधी टकराव की ओर**
### **1. 2020: ईरानी परमाणु वैज्ञानिक की हत्या**
- **नवंबर 2020** – ईरान के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक **मोहसेन फखरीजादेह** की तेहरान के पास हत्या कर दी गई।
- ईरान ने इजरायल पर आरोप लगाया और बदले की कसम खाई।
### **2. 2021–2023: छाया युद्ध (Shadow War)**
- **समुद्री जहाज़ों पर हमले** – ईरान और इजरायल ने एक-दूसरे के तेल टैंकरों और जहाजों को निशाना बनाया।
- **साइबर अटैक** – इजरायल ने ईरानी परमाणु सुविधाओं पर साइबर हमले किए, जबकि ईरान ने इजरायली कंपनियों को टारगेट किया।
- **सीरिया में इजरायली हवाई हमले** – इजरायल ने सीरिया में ईरानी समर्थित मिलिशियाओं के ठिकानों पर बार-बार बमबारी की।
### **3. अक्टूबर 2023: हमास-इजरायल युद्ध और ईरान की भूमिका**
- **7 अक्टूबर 2023** – हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया, जिसमें 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए।
- इजरायल ने कहा कि हमास को ईरान से फंडिंग और ट्रेनिंग मिलती है, हालाँकि ईरान ने सीधे संलिप्तता से इनकार किया।
- **लेबनान में हिज़्बुल्लाह** ने इजरायल पर रॉकेट दागे, जिससे उत्तरी इजरायल में तनाव बढ़ा।
### **4. अप्रैल 2024: ईरान का पहला सीधा हमला**
- **1 अप्रैल 2024** – इजरायल ने **दमिश्क (सीरिया)** में ईरानी दूतावास पर हवाई हमला किया, जिसमें **ईरान के क्रांतिकारी गार्ड (IRGC)** के 7 कमांडर मारे गए, जिनमें **ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा ज़ाहेदी** भी शामिल थे।
- **13-14 अप्रैल 2024** – **ईरान ने सीधे इजरायल पर 300+ ड्रोन और मिसाइलें दागीं** (ऑपरेशन "सच्चा वादा")। यह ईरान का पहला सीधा हमला था।
- इजरायल ने **अमेरिकी, ब्रिटिश और जॉर्डन की मदद से 99% मिसाइलें इंटरसेप्ट** कर लीं।
- नुकसान न्यूनतम रहा, लेकिन यह एक बड़ा एस्कलेशन था।
### **5. इजरायल का जवाबी हमला (19 अप्रैल 2024)**
- **इजरायल ने ईरान के इस्फ़हान शहर में हवाई हमला किया**, जहाँ एक सैन्य एयरबेस और परमाणु सुविधाएँ हैं।
- ईरान ने हल्के में लेते हुए कहा कि यह "छोटा सा विस्फोट" था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इसे इजरायल की जवाबी कार्रवाई बताया।
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## **भविष्य के खतरे और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया**
- **युद्ध का खतरा:** दोनों देशों ने अब सीधे हमले शुरू कर दिए हैं, जिससे पूरे मध्य पूर्व में युद्ध फैलने का डर है।
- **अमेरिका और पश्चिम की भूमिका:** अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया, लेकिन ईरान के खिलाफ सीधी कार्रवाई से बच रहा है।
- **संयुक्त राष्ट्र की चिंता:** UN ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
### **निष्कर्ष**
ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष अब छाया युद्ध से खुली लड़ाई में बदल रहा है। अगर तनाव और बढ़ा, तो यह **पूरे क्षेत्र के लिए विनाशकारी** हो सकता है। अगले कुछ हफ्तों में दोनों देशों की रणनीति ही तय करेगी कि यह संकट और बढ़ेगा या शांत होगा।
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**स्रोत:** अंतरराष्ट्रीय मीडिया (BBC, Al Jazeera, Reuters), इजरायली और ईरानी सरकारी बयान।
> **नोट:** स्थिति तेजी से बदल रही है, नवीनतम अपडेट के लिए विश्वसनीय समाचार स्रोतों से जुड़े रहें।
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