UAE : इस्लाम में रमजान का महीना ऐसी बरकत वाला महीना है और ऐसी रहमत वाला महीना है जो दूसरे महीने को नहीं हासिल नही है। इसमें इबादत करने का सवाब 70 गुना बढ़ा दिया जाता है। इस महीने के एक रोजे की फजीलत ऐसी है अगर उस एक रोजे की भरपाई जिंदगी भर रोजा रखे फिर भी रमज़ान के एक रोज़े के बराबर नहीं हो सकता । आपकी जानकारी के लिए बता दें जल्द ही एक ऐसा भी साल आने वाला है जिसमें दो मर्तबा रमज़ान आएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि 2030 का साल ऐसा होगा जिसमें आलमे इस्लाम के लिए रमजान एक साल में दो मर्तबा आएगा। अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन चांद की कैलेंडर के हवाले से देखा जाए तो ऐसा मुमकिन है । जिसकी वजह से क़मरी साल की मुद्दत शम्शी साल के मुकाबले 11 से 12 दिन कम होता है और चांद वाला महीना हर साल 10 से 12 दिन आगे बढ़ता है ।
जिस की वजह से 2030 में पहला रमजान जनवरी और दोसरा दिसंबर के आखिर में होगा । हर साल रमजान पिछले साल की तारीख से 10 से 12 दिन पहले शुरू हो जाता है जिसकी वजह से 2020 में मुसलमान एक साल में दो मर्तबा रमजान मुबारक की बरकत हासिल कर सकेंगे। दुबई से माहिर फलकीयत ग्रुप के चीफ एग्जेक्टिव हसन अहमद अल हरीरी के अनुसार क़मरी कैलेंडर के हिसाब से 1 साल में दो मर्तबा रमजान का आना कोई अजूबे की बात नहीं।
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