इतिहास हमें हमेशा कुछ न कुछ सिखाता है. इतिहास को जितना अधिक पढ़ने की कोशिश करते हैं, इसकी परत दर परत खुलती ही जाती हैं. इतिहास में कई अनगिनत रहस्य समाये होते हैं, जिनसे हर कोई अनजान होता है. आज भी भारतीय इतिहास में ऐसी कई कहानियां मौजूद हैं, जिनमें ढेरों राज़ छिपे हैं, जिन्हें जानने के लिये वैज्ञानिक और इतिहासकार हमेशा से प्रयत्न करते आ रहे हैं.
आज हम आपको भारतीय इतिहास की कुछ ऐसी घटनाओं व रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सदियों पुराने हैं-
1. नाना साहेब का लापता होना
नाना साहेब 1857 के विद्रोह के प्रमुख नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन को ललकारा था. विद्रोह के बाद नाना साहेब अचानक एक दिन गायब हो गए. आज भी किसी को ये नहीं पता कि उनके द्वारा लूटा हुआ खजाना कहां हैं? बताया तो ये भी जाता है कि वो खजाने के साथ नेपाल भाग गए और अंग्रेज़ों के हाथ नहीं लगे. ब्रिटिश काल से लेकर आज तक नाना साहेब और उनका वो खजाना एक रहस्य बना हुआ है.
2. गुमनाम सिंधु घाटी सभ्यता
'सिंधु घाटी सभ्यता' भारत की सबसे प्राचीन संस्कृति मानी जाती है. सिंधु घाटी सभ्यता रहस्यमयी व अनेक अनसुलझे सवालों से भरी पड़ी है. जिन लोगों ने इस सभ्यता की शुरुआत की उनके बारे में आज तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाए हैं. इतना ही नहीं उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये 4000 साल पुराने सिंधु चित्रमय लिपि को भी आज तक कोई समझ नहीं पाया है. 'सिंधु घाटी सभ्यता' से संबधित असंख्य रहस्य हमेशा के लिए धरती में समा गये. इसलिये भी इस सभ्यता को समझना काफ़ी मुश्किल है.
3. बिहार की सोन भंडार गुफ़ाएं
बिहार की 'सोन भंडार गुफ़ाओं' के बारे में कहा जाता है कि ये गुफ़ाएं मगधन राजा बिम्बिसार के ज़माने की हैं. ये गुफ़ाएं' एक बड़े पत्थर द्वारा बनाई गई हैं. यहां के लोगों का मानना है कि बिम्बिसार राजा अपने खजाने को छुपाने के लिये इन गुफ़ाओं का इस्तेमाल किया करता था. जब बिम्बिसार को उसके पुत्र अजातशत्रु ने कारागार में डाल दिया तब उसके आदेश से उसकी बीवी ने राज्य का खजाना इन्हीं गुफ़ाओं छिपाया था. इन गुफ़ाओं में आज भी संखलिपि में लिखित शिलालेख मौजूद हैं. अंग्रेजों ने खजाने को हासिल करने के लिये दरवाज़ों पर तोप के गोले बरसाये थे लेकिन उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ.
4. महान सम्राट अशोक के 9 रहस्यमय रत्न
महान सम्राट अशोक के '9 रहस्यमय रत्न' आज भी दुनिया के सबसे बड़े रहस्यों में से एक माने जाते हैं. इतिहास के जानकारों का मानना है कि जब कलिंगा का युद्ध हुआ था तो उसमें 100,000 लोगों की जानें गयी थी, उसके बाद सम्राट अशोक ने अपने 9 रहस्यमय रत्नों का एक गुट बनाया था. इन 9 लोगों में से हर एक व्यक्ति के पास किसी एक विषय का ढेर सारा ज्ञान था, जिसमें पर्यटन, विज्ञान और युद्ध कौशल जैसे विषय शामिल थे. आज भी इन 9 रहस्यमय रत्नों के बारे में किस के पास पूरी जानकारी नहीं है.
5. मीर ओस्मान अली का ख़जाना
हैदराबाद के असफ़ जाह शासन के आख़री निज़ाम मीर ओस्मान अली ख़ान अपने गहनों व ख़ज़ाने के संग्रह के लिये जाने जाते थे. सन 1937 में टाइम मैगज़ीन ने उन्हें दुनिया के सबसे अमीर शख़्स का सम्मान दिया था. बताया जाता है कि उनके द्वारा संग्रहित किये गए गहनों और ख़ज़ाने को उनके मृत्यु के बाद भी कोई ढूंड नहीं पाया था. जबकि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि सारा ख़जाना आज भी हैदराबाद के 'कोठी पैलेस' में छुपा है जहां निज़ाम रहते थे.
6. चरामा की 'एलियन' नुमा शैल चित्र
छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाके बस्तर के चरामा गांव के पास प्राचीन गुफ़ाएं हैं. इन गुफ़ाओं के पत्थरों पर 'एलियन' जैसे दिखने वाले चित्र पाये गए हैं. कुछ चित्र उड़न तश्तरी के भी हैइन गुफ़ाओं की खोज करने वाले पुरातत्ववादी जे. आर. भगत कहते है कि चित्रों में चेहरे अलग तरह से दिखाई देते हैं. छत्तीसगढ़ पुरातत्व विभाग ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) को इस मुहीम में मदद करने की मांग की है.
7. जयगढ़ क़िले का शाही खजाना
जयगढ़ का 'जैवाना क़िला' सबसे बड़े पहियों वाली तोपों के लिये विश्व प्रसिद्ध है. ये क़िला साथ साथ ही साजिश व ख़ज़ानों की कहानियों के लिये भी प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि अफ़गानिस्तान की जंग जीतने के बाद अक़बर के रक्षा मंत्री मान सिंह ने युद्ध में जीता हुआ सारा ख़ज़ाना इसी क़िले में छुपा कर रखा था. सन 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने क़िले में ख़ज़ाना और पानी की टंकिया ढूंढने के लिये एक मुहीम चलाई. लेकिन इस दौरान उन्हें कुछ भी नहीं मिला.
8. भूतों से पीड़ित कुलधरा गांव
राजस्थान के जैसलमेर से करीब 20 किमी दूर कुलधरा नामक गांव है. आज ये गांव नाममात्र का गांव रह गया है. 100 साल पहले इस गांव में पालीवाल ब्राह्मण रहते थे. लेकिन एक रात अचानक 1500 लोग इस गांव को हमेशा के लिए छोड़कर चले गये. बताया जाता है कि दुष्ट शासक सलीम सिंह द्वारा इस गांव पर लगाये गये भारी लगान की वजह से लोग गांव छोड़कर चले गए. ये लोग जाते-जाते गांव को एक श्राप भी देकर गये. आज तक जिसने भी इस गांव में रहने की कोशिश की मौत हो गयी. इस वजह से इसे 'भूतों से पीड़ित' गांव भी कहा जाता है.
9. लामा तेनझीन की 500 साल पुरानी ममी
हिमालय में स्पिटी के पास घुइन नामक एक छोटा सा क़स्बा है. जहां प्राचीन काल में ख़ुद की ममी बनाने की संस्कृति देखने को मिलती है. इस कस्बे के एक छोटे से कमरे में 500 साल की ममी सरंक्षित करके रखी गयी है. ये ममी पंद्रहवी शताब्दी के महंत सांघा तेनझीन की बताई जाती है, जिसकी त्वचा और सिर के बाल आज भी पूरी तरह से ठीक हैं.
10. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु आज भी एक रहस्य का विषय है. आज तक कोई भी ये नहीं जान पाया कि तायपेई से टोकियो जाने वाले विमान में उनके साथ क्या हुआ था? आज भी ये आज़ाद भारत का सबसे अनसुलझा प्रश्न है. कहा जाता है कि वो गायब होने के बाद भारत आये थे, लेकिन इस बात के सबूत किसी के भी पास नहीं है. कहा तो ये भी जाता है कि उत्तर प्रदेश के फ़ैजाबाद में रहने वाले साधू 'गुमनामी बाबा' ही सुभाष चन्द्र बोस थे.
क्या पता इन अनसुलझे प्रश्नों का उत्तर आप ही में से किसी के पास हो! अगर आप इन रहस्यों के बारे में जानते हैं तो कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं.
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